आओ साथी बैठें कुछ बात करें
कुछ दुख की कुछ सुख की
भूली बिसरी कुछ बात करें
आओ साथी बैठें कुछ बात करें।
याद तुम्हें होगा अपना वह सपना
सपना जो सच हो न सका होकर अपना
छोड़ो भूलें भी हाथ नहीं आया जो उसको
आओ पास जो है अपने उसके गीत सुनें
आओ साथी बैठें कुछ बात करें।
संघर्षों में सधे हुए हम दूब नाल से
रौंदे गए हजारों बार फिर तने भाल से
उठे, खिले फिर से हर बार हरे हुए
हम हारेंगे नहीं साथ जो तुम डटे रहे
आओ मिल फिर संकल्पों को याद करें
आओ साथी बैठें कुछ बात करें।।
ताने मत मारो देखो कुछ खोया नहीं हमसे
दूर हूं पर छूटा नहीं आज भी तुमसे
फिर क्यूं चिंतित मन की चिता जलाते हो
आओ मिल फिर स्वाति की बूंदों का पान करें
आओ साथी बैठें कुछ बात करें।।
Sunday 25 March, 2012
आओ साथी बैठें कुछ बात करें
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